Khairat Lene Aagaye Mangte Tumhare Khwaja Naat Lyrics

Khairat Lene Aagaye Mangte Tumhare Khwaja Naat Lyrics

 

 

KHAIRAT LENE AAGAYE MANGTE TUMHARE KHWAJA NAAT LYRICS

Khairat Lene Aagaye Mangte Tumhare Khwaja
Bhardeejiye Daman Muraado Se Hamare Khwaja
Mere Khwaja Piya …….

Tunai Madad Gi Ha Madad Ha Madad Gi Tu Ne
Qurban Tere Jab Bhi Tarap Kar Hum Pukaare Khwaja
Mere Khwaja Piya …….

Mayoos Jata Hi Nahi Koi Tumhare Dar Se
Hum Ko Bhi Dai Hasnain Ke Sar Ka Utaare Khwaja
Mere Khwaja Piya …….

Mangto Ki Rakkhlai Laaj Karde Sab Muraade Puuri
Daman Pasare Aagaye Tere Tuware Khwaja
Mere Khwaja Piya …….

Deta Hu Tujko Waasta Ghawsul Wara Ko Mujko
Phir Masjid-E-Nabvi Ke Dikhlade Minaare Khwaja
Mere Khwaja Piya …….

Ye Jagmata Noor Barsata Ta Tumhara Rawza
Sharma Gaye Is Ke Aagayi Chaand Tare Khwaja
Mere Khwaja Piya …….

 

 

ख़ैरात लेने आ गए मँगते तुम्हारे, ख़्वाजा !
भर दीजिए दामन मुरादों से हमारे, ख़्वाजा !

मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !
मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !

मँगतों की रख ले लाज, कर दे सब मुरादें पूरी
दामन पसारे आ गए तेरे दुवारे, ख़्वाजा !

मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !
मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !

मायूस जाता ही नहीं कोई तुम्हारे दर से
हम को भी दे हसनैन के सर के उतारे, ख़्वाजा !

मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !
मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !

तू ने मदद की, हाँ ! मदद की, हाँ ! मदद की तू ने
क़ुर्बां तेरे, जब भी तड़प कर हम पुकारे, ख़्वाजा !

मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !
मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !

अजमेर का दरबार दिखला, कि सुनाऊँ आ कर
रो रो के हाल-ए-दिल मेरा तेरे दुवारे, ख़्वाजा !

मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !
मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !

देता हूँ तुझ को वास्ता ग़ौस-उल-वरा का, मुझ को
फिर मस्जिद-ए-नबवी के दिखला दे मिनारे, ख़्वाजा !

मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !
मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !

ये जगमगाता, नूर बरसाता तुम्हारा रौज़ा
शर्मा गए हैं इस के आगे चाँद-तारे, ख़्वाजा !

मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !
मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !

हसरत ‘उबैद-ए-क़ादरी को दीद की है, मुर्शिद !
लिल्लाह, निक़ाब-ए-रुख़ उठा दे प्यारे प्यारे, ख़्वाजा !

मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !
मेरे ख़्वाजा पिया ! मेरे ख़्वाजा पिया !

शायर:
ओवैस रज़ा क़ादरी

ना’त-ख़्वाँ:
ओवैस रज़ा क़ादरी

 

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